कर्ज महंगा होने से तमाम तरह की कर्जों की ईएमआई का बोझ बढ़ गया है. इससे लोगों की वित्तीय योजनाएं कैसे प्रभावित हो रही हैं, देखिए इस खास शो में-
सुरेखा सुबह से उखड़ी-उखड़ी है. किसी काम में मन नहीं लग रहा. मन बदलने हाट बाजार की ओर बढ़ी तो चबूतरे पर बैठी बुआ ने लपक लिया. फिर क्या हुआ?
क्रिप्टो का सितारा डूब गया है. शेयर बाजार में भी अंधियारा छा गया है. अपना दर्द मन में छिपाए रसिक ने कार्तिक की वाट लगाने की कोशिश की.
लॉकडाउन की बरसी. सबके अपने अपने दुख. ऐसे में गुल्लू और रामू के हाथ चढ़ गए बेचारे गुप्ता जी. रामू की दुकान पर इतनी बड़ी बहस इससे पहले कभी नहीं हुई थी.